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आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण शिविर का आयोजन
- गर्भवती महिलाएं और बच्चों को किया गया टीकाकृत, दी गई जरूरी जानकारी
- सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक
खगड़िया, 26 अगस्त। शुक्रवार के जिले के विभिन्न प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण (आर आई) शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीकाकृत किया गया। यह टीकाकरण संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका और स्थानीय आशा कार्यकर्ता के सहयोग से संबंधित क्षेत्र की एएनएम द्वारा किया गया। इस दौरान टीकाकरण के लिए आई गर्भवती महिलाओं को जरूरी सलाह दी गई और गर्भावस्था के दौरान खानपान, रहन-सहन, व्यक्तिगत साफ-सफाई समेत गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सतर्कता सहित अन्य आवश्यक जानकारी भी दी गई। साथ ही धातृ माताओं को बताया गया कि बच्चों के स्वस्थ्य और मजबूत शरीर निर्माण के लिए नियमित टीकाकरण कितना जरूरी है।उन्हें , नियमित टीकाकरण कराने से होने वाले फायदे समेत अन्य आवश्यक जानकारियाँ दी गई।
- विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। इसलिए, मैं जिले की तमाम गर्भवती महिलाओं से खुद और 0 से 02 आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से अपील करता हूँ कि अपने बच्चों का निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा। वहीं बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। उन्होंने बताया, शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेई (जापानी बुखार) के टीके लगाए जाते हैं। जबकि, गर्भवती महिलाओं को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है।
- बदलते मौसम में मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता पर भी दिया गया बल :
परबत्ता सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ राजीव रंजन ने बताया, नियमित टीकाकरण के दौरान बदलते मौसम के साथ बढ़ी मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता पर भी बल दिया गया। इसको लेकर गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत साफ-सफाई समेत आसपास के परिसर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने को कहा गया। ताकि किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी नहीं हों। वहीं, उन्होंने बताया, नियमित टीकाकरण का सप्ताह में दो दिन आँगनबाड़ी केन्द्रों पर आयोजन किया जाता है। प्रत्येक सप्ताह के बुधवार और शुक्रवार को टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
- संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक :
पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल प्रफूल्ल झा ने बताया, टीकाकरण के दौरान मौजूद गर्भवती महिलाओं को सामान्य और सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देने के लिए जागरूक किया गया। साथ ही सरकारी अस्पतालों में सुरक्षित प्रसव के लिए उपलब्ध समुचित व्यवस्था की भी जानकारी दी गई। जिसके दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा केंद्र पर मौजूद गर्भवती महिलाओं को बताया गया कि सुरक्षित प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जाँच कराना जरूरी है। सरकार द्वारा जाँच के लिए पीएचसी स्तर पर मुफ्त व्यवस्था की गई। ताकि हर गर्भवती महिला आसानी से जाँच करा सकें। हर माह 09 तारीख को जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती की जाँच की जाती और चिकित्सकों द्वारा आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिया जाता है।
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The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Swapnil Mhaske