जनवरी में 50 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का किया किया इलाज

 

-थैलेसीमिया डे केयर सेंटर में इलाज कराने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही

-मायागंज अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का शुभारंभ होने से हो रहा फायदा


भागलपुर, 02 फरवरी-


 मायागंज अस्पताल में शुरू हुए थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिलने लगा है। चार जनवरी को मायागंज अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का शुभारंभ होने के बाद 31 जनवरी तक वहां पर 50 बच्चों को खून चढ़ाया गया। मायागंज के थैलेसीमिया डे केयर सेंटर में 9 जनवरी को पहले बच्चे का इलाज किया गया और उसे ब्लड चढ़ाया गया था। 31 जनवरी तक यानी कि महज 22 दिनों में 50 के आंकड़े को छू लेना सराहनीय है। इससे इस बात का पता भी चलता है कि धीरे-धीरे इसकी जानकारी आमलोगों तक पहुंच रही है।  जिसका फायदा लोग उठा रहे हैं। गुरुवार को केयर इंडिया की डीटीएल श्रद्धा झा ने थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का दौरा किया और इलाजरत मरीज से बात की। उन्हें वहां की व्यवस्था दुरुस्त लगी। गुरुवार को भी 7 बच्चों को खून चढ़ाया गया।


मालूम हो कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मायागंज अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के पांच दिनों तक यहां पर कोई भी मरीज इलाज के लिए नहीं आया था। छठे दिन नौ जनवरी को यहां पर थैलेसीमिया के पहले मरीज का इलाज हुआ। मुंगेर जिले के रहने वाले बच्चे रवीश कुमार को ब्लड चढ़ाया गया। थैलेसीमिया डे केयर सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अंकुर प्रियदर्शी ने बताया कि धीरे-धीरे लोगों को इसकी जानकारी मिल रही है। यहां पर इलाज के लिए आने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। धीरे-धीरे इसकी संख्या और बढ़ती ही जाएगी। अच्छी बात यह है कि जिले के लोग तो इस डे केयर सेंटर का फायदा तो उठायेंगे। साथ में आसपास के जिले के बच्चों को इसका फायदा पहुंचेगा।

डॉ. केके सिन्हा हैं अध्यक्ष: मालूम हो कि मायागंज अस्पताल स्थित डे केयर सेंटर में छह बेड की व्यवस्था की गई है। यानी कि एक साथ छह मरीजों को यहां पर ब्लड चढ़ाया जा सकता है। सेंटर प्रतिदिन सुबह 10 से शाम पांच बजे तक चलता है। सेंटर के अध्यक्ष डॉ. केके सिन्हा हैं, जबकि नोडल डॉ. अंकुर प्रियदर्शी बनाए गए हैं। मायागंज अस्पताल स्थित थैलेसीमिया डे केयर  सेंटर के संचालन की व्यवस्था केयर इंडिया की ओर से की गई है। नर्स से लेकर डाटा ऑपरेटर तक की व्यवस्था केयर इंडिया की तरफ से की गई है। दो नर्स, एक लैब टेक्नीशियन और एक डाटा ऑपरेटर केयर इंडिया की ओऱ से प्रोवाइड कराया गया है। थैलेसीमिया डे केयर सेंटर में इलाज के लिए आने वाले बच्चों के लिए मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है। इसके तहत एक प्ले जोन भी बनाया गया है। जहां पर कि इलाज से पहले का समय बच्चे व्यतीत कर सकते हैं। मायागंज अस्पातल में बिहार और झारखंड के 15 जिलों के मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। पूर्वी बिहार के बड़े अस्पतालों में इसका शुमार है। यहां पर थैलेसीमिया डे केयर सेंटर शुरू होने से काफी बड़ी आबादी को फायदा पहुंचेगा।

रिपोर्टर

  • Swapnil Mhaske
    Swapnil Mhaske

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Swapnil Mhaske

संबंधित पोस्ट