जागरूकता कार्यक्रम कर लोगों को टीबी की दी गई जानकारी

 
-सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता के बारे में भी लोगों को बताया गया 
-टीबी दिवस पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर केएचपीटी ने किया कार्यक्रम
 
भागलपुर, 24 मार्च-
 
विश्व टीबी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को घोघा के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) ने जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस दौरान सीएचओ राहुल कुमार, एएनएम सीमा कुमारी, जीविका की सीएम नूतन देवी, आंगनबाड़ी सेविका स्वीटी कुमारी, आशा अनुषा कुमारी, बेबी कुमारी और अन्य कई आशा उपस्थित हुईं। जागरूकता कार्य़क्रम के दौरान लोगों को टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज की जानकारी दी गई। केएचपीटी की डिस्ट्रिक्ट टीम लीडर आरती झा ने बताया कि विश्व टीबी दिवस पर इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम पर ज्यादा जोर दिया गया। इस बार की थीम यस, वी कैन इंड टीबी है। यानी कि हमलोग मिलकर टीबी को खत्म कर सकते हैं। इसके लिए लोगों में भरोसा पैदा करना ज्यादा जरूरी है। इसी मकसद से जागरूकता कार्यक्रम पर जोर दिया गया। ऐसा देखा जाता है कि टीबी के मामले ज्यादा घनी आबादी वाले क्षेत्रों या ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा पाया जाता है, जहां कि शिक्षा की दर कम हो। इसलिए उन जगहों पर जाकर लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने का काम किया गया।
टीबी को लेकर जागरूकता अभियान तेज: आरती झा ने बताया कि जिले में टीबी को लेकर जागरूकता अभियान को तेज कर दिया गया  है। 2025 तक जिले को टीबी से मुक्त बनाने के लिए हर तरफ से प्रयास हो रहा है। इसी सिलसिले में विश्व टीबी दिवस के अवसर पर लोगों को सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी गई। उन्हें यह बताया गया कि अगर इलाज के दौरान कोई परेशानी हो तो आपलोग हमसे संपर्क कर सकते हैं। वैसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी टीबी मरीजों पर नजर रखी जाती है। उन्हें होने वाली परेशानियों को दूर किया जाता है।
सरकारी अस्पतालों में टीबी का नि:शुल्क और बेहतर इलाज: जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने बताया कि टीबी को लेकर आने वाले दिनों में जागरूकता अभियान और तेज किया जाएगा। लोगों से मैं यही अपील करना चाहूंगा कि अगर लगातार दो हफ्ते तक खांसी हो या फिर बलगम के साथ खून निकले, शाम के वक्त लगातार पसीना निकले या फिर लगातार बुखार रहे तो अपने नजदीकि सरकारी अस्पताल जांच कराएं जाएं। जांच में अगर टीबी की पुष्टि होती है तो आपका नि:शुल्क और बेहतर इलाज होगा। डॉ. दीनानाथ ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में टीबी के इलाज की मुफ्त व्यवस्था है। जांच, इलाज से लेकर दवा तक की व्यवस्था मुफ्त है। इसलिए लोगों को इसका लाभ उठाना चाहिए। अगर जरा सा भी टीबी के लक्षण दिखे तो तत्काल सरकारी अस्पताल में जाकर जांच करानी चाहिए।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

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