मुंगेर जिले में एक वर्ष में 456 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में अपनाया एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा

- इनमें से 367 महिलाओं ने पहला और 89 महिलाओं ने लिया है एमपीए सबकुटेनियस का दोनों डोज

- मुंगेर जिला में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पांच हेल्थ फैसिलिटी सेंटर पर महिलाओं को लगाया जा रहा है एमपीए सबकुटेनियस

मुंगेर-

दिसंबर 2023 से मई 2024 के दौरान जिला भर में कुल 456 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सबकुटेनियस कि सुविधा को अपनाया है। इनमें से 367 महिलाओं ने एमपीए सबकुटेनियस का पहला और 89 महिलाओं ने दोनों डोज ले लिया है। इस आशय कि जानकारी जिला के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) परिवार नियोजन के नोडल ऑफिसर डॉक्टर आनंद शंकर शरण सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए सरकार के द्वारा परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के साथ- साथ परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, कॉपर टी और अंतरा इंजेक्शन के बाद अब एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा शुरू की है। यह सुविधा परिवार नियोजन के अन्य साधनों कि तुलना में काफी सरल, सुरक्षित, बेहतर और कारगर है। राज्य सरकार के द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुंगेर और शेखपुरा जिला में एमपीए सब कुटेनियस कि सुविधा शुरू की गई। मुंगेर जिला में विगत 14 दिसंबर 2023 से सदर अस्पताल मुंगेर सहित सीएचसी जमालपुर, एपीएचसी गढ़ीरामपुर, सब सेंटर इंद्ररुख पश्चिम और सब सेंटर परहम में महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सबकुटेनियस का दोनों डोज लिया है।

जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि दिसंबर 2023 से मई 2024 के दौरान सदर अस्पताल मुंगेर में कुल 78 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सबकुटेनियस को अपनाया है। इनमें से 7 महिलाओं ने दोनों डोज ले लिया है। इसी तरह सीएचसी जमालपुर में कुल 114 महिलाओं में से 21 महिलाओं ने दोनों डोज ले लिया है। एपीएचसी गढ़ीरामपुर में कुल 124 महिलाओं में से 29 महिलाओं ने एमपीए सबकुटेनियस का दोनों डोज लिया है। उन्होंने बताया कि जिला में दिसंबर के महीने में 57, जनवरी में 59, फरवरी में 62, मार्च में 86, अप्रैल में 89 और मई के महीना में कुल 103 महिलाओं ने परिवार नियोजन के नए और सुरक्षित अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सबकुटेनियस को अपनाया है।

जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए अंतरा के नए रूप एमपीए सबकुटेनियस का इस्तेमाल काफी सरल, सुरक्षित और कारगर है। एमपीए अंतरा का इंजेक्शन जहां महिलाओं के मांसपेशियों में दी जाती है वहीं इसे महिलाओं के मसल और स्किन के बीच में दिया जाता है। इसमें दवाई पहले ही लोडेड रहता है इसलिए इसे महिलाओं को लगाने और लाने ले जाने में काफी सहूलियत होती है। उन्होंने बताया कि जिला के पांच स्वास्थ्य संस्थानों में महिलाओं को एमपीए अंतरा के नए रूप एमपीए सब कुटेनियस को लगवाने में स्वास्थ्य विभाग कि सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि लगातार सहयोग कर रहे हैं।

रिपोर्टर

  • Swapnil Mhaske
    Swapnil Mhaske

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