डेंगू के प्रकोप से बचाव के लिए आईसीडीएस कर्मी कर रहे हैं लोगों को जागरूक



- रैली एवं गोष्ठी का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को किया जा रहा है जागरूक 

- डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की दी जा रही है जानकारी 


खगड़िया, 18 अक्टूबर। डेंगू के प्रकोप पर हर हाल में रोकथाम सुनिश्चित कराने के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह कटिबद्ध है।  इसे सार्थक रूप देने के लिए लगातार जरूरी प्रयास भी किया जा रहा है। ताकि हर हाल में डेंगू  पर रोकथाम सुनिश्चित हो सके और सामुदायिक स्तर पर लोग सुरक्षित रह सकें । इसी कड़ी में आईसीडीएस डीपीओ के निर्देशानुसार जिले की सीडीपीओ एवं एल एस (महिला पर्यवेक्षिका) के नेतृत्व में ऑंगनबाड़ी सेविका द्वारा जागरूकता अभियान चलाकर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसके तहत रैली एवं गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी दी जा रही है। ताकि लोग शुरुआती दौर में ही बीमारी की पहचान कर  समय पर अपना इलाज शुरू करवा सकें । 


- सभी सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका को दिए गए हैं निर्देश : 

आईसीडीएस डीपीओ सुनीता कुमारी ने बताया, सामुदायिक स्तर पर जागरूकता से ही डेंगू पर रोकथाम संभव है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिले के सभी सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका को ऑंगनबाड़ी सेविका के सहयोग रैली एवं गोष्ठी का आयोजन कर व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश दिया गया है। जिसके माध्यम से सामुदायिक स्तर पर लोगों को डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी देकर जागरूक किया जा रहाऔर लक्षण दिखते ही तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य संस्थानों में जाँच कराने की सलाह दी जा रही है। साथ ही इस बीमारी के प्रकोप से बचाव के लिए साफ-सफाई का ख्याल रखने, जलजमाव नहीं होने देने, मच्छरदानी का उपयोग करने समेत सामान्य दिनचर्या में शामिल अन्य जरूरी जानकारियाँ दी जा रही हैं ।  


- सामूहिक प्रयास और सतर्कता से डेंगू से बचाव संभव, लोगों को साफ-सफाई रखने की जरूरत : 

आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, सामूहिक प्रयास और सतर्कता से डेंगू पर रोकथाम एवं इससे बचाव संभव है। इसलिए, डेंगू के खिलाफ सामुदायिक स्तर पर हर तबके के  व्यक्ति को आगे आने की जरूरत है। यह बीमारी एडीज  मच्छर काटने से होता है। इसलिए,  दिन में सोने के दौरान मच्छरदानी का उपयोग, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, घर एवं सभी कमरे को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाएं रखने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक बातों का ख्याल रखने की जरूरत है। 


- लक्षण दिखते ही तुरंत कराएं इलाज, अस्पतालों में समुचित व्यवस्था है उपलब्ध :

लक्षण दिखते ही ऐसे मरीजों को तुरंत जाँच करानी चाहिए। जाँच रिपोर्ट के अनुसार इलाज करानी चाहिए। ताकि बड़ी परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़े और समय पर इलाज शुरू हो सके। इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। यह बीमारी संक्रमित एडीज स मच्छर के काटने से होता  जो स्थिर साफ पानी में पनपता है। इसलिए, घर समेत आसपास में जलजमाव नहीं होने दें। जलजमाव होने पर उसे यथाशीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था कर हटायें और पानी जमा होने वाले जगहों पर किरासन तेल या कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें।


- डेंगू के लक्षण :

- तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द तथा ऑखों के पीछे दर्द होना 

- त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान 

- जी मचलना या उल्टी लगना 


- बचाव के उपाय : 

- दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।

- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें अथवा मच्छर भगाने वाली दवा/क्रीम का उपयोग करें।

- टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी/फ्रिज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी, गमला, फूलदान, घर के अंदर एवं आसपास पानी नहीं जमने दें।

- जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें अथवा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।

रिपोर्टर

  • Swapnil Mhaske
    Swapnil Mhaske

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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